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The kings were there from India who ruled the other countries There were five Indian king who ruled the other countries 1. Raja Vikaramaditya 2. Lalitaditya Muktapiḍa 3. Ashoka 4. Rajendra Chola 5. Kanishka 1.King vikramaditya ( almost whole Asia ) King Vikramaditya made Ujjain his capital, in present-day Madhya Pradesh. He almost ruled whole Asia . Vikramaditya empire controlled many parts of Modern day China, Entire Middle East and Many Parts of South East Asia. Vikramaditya king defeated Rome’s King Julius Caesar in battle and defeated Shakas 2. Lalitaditya Muktapiḍa —8 million sq. kms King Lalitaditya Muktapiḍa of Kashmir ruled over 8 million sq. kms. Parihaspur was built by Lalitaditya Muktapida and served as the capital of Kashmir during his reign. The Undefeated Ruler of Kashmir who defeated Islamic invaders & ruled till Caspian Sea .He captured parts of Central Asia and North india. His empire extended from Tibet to Iran and Turkistan. He was later able to create an empire based on Kashmir and covering most of Northern India and Central Asia including most parts of Pakistan, Afghanistan, Bactria , Iran, Nepal,Tibet, Turkistan and Soghdiana. He belonged to the Karkota dynasty. 3. Ashoka —5 million sq. kms King Ashoka ruled over ruled over 5 million sq. kms. Ashoka the third ruler of the Maurya Empire ,the capital of which was Pataliputra, in present-day Bihar. Ashoka expanded Empire to reign over a realm stretching from present-day Afghanistanin the west to Bangladesh in the east and half of India . Ashoka was grandson of Chandragupta Maurya and Chandragupta Maurya defeated Seleucus in India. King Ashoka covered part of India, Bangladesh , Pakistan , Nepal and Afghanistan .The Maurya Empire was founded by Chandragupta Maurya, with help from Chanakya. 4. Rajendra Chola —3 million sq. kms or 3.3 million sq. kms Rajendra Chola ruled over ruled over 3 million sq. kms or 3.3 millionsq. kms. Rajendra Chola belonged to the chola dynasty. His empire covered part of south India, Indonesia , Malaysia , Philippines and Maldives . He established Gangaikonda Cholapuram as the capital, in present-day Tamil nadu 5. Kanishka —2.5 million sq. kms or 3 million sq. kms Kanishka was the greatest ruler of the Kushan Empire, a realm that covered much of present-day India, Pakistan, Afghanistanand China(Yarkandnow in the xinjiang region of china). Kanishka had fought against King Han Ho-ti who was the king of Han dynasty of China. Kanishka defeated the Chinese king in the second attempt. Kushan that ruled over most of the northern Indian subcontinent and parts of Central Asia. The main capital of his empire was located at Peshawar in present-day Pakistan

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🕉🕉🕉🕉हरदिनपावन=== आजकादिनविशेष========== =======जन्मदिवस======== ======(31.10.1875)===== लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल= 15अगस्त1947को अंग्रेजों ने भारत को स्वाधीन तो किया,पर गृहयुद्ध,अव्यवस्था के बीज भी बो गये।उन्होंने भारत के 600से भी अधिक रजवाड़ों को भारत में मिलने या न मिलने की स्वतन्त्रता दे दी।पर हमारे लौह पुरूष ने सबको साम दाम दंड भेद से भारत मे विलय कराया। वल्लभभाई का जन्म 31अक्टू.1875को हुआ। पिता श्री झबेरभाई पटेल ग्राम करमसद(गुजरात) के निवासी थे।उन्होंने भी 1857में रानी झाँसी के पक्ष में युद्ध किया था। माता लाड़ोबाई थीं। ये बचपन से ही बहुत होशियार,तेज साहसी थे। साधारण परिवार से थे। वल्लभभाई की शिक्षा कष्टों के बीच पूरी हुई। अपने जिले में वकालत के दौरान अपनी बुद्धिमत्ता,प्रत्युत्पन्नमति,परिश्रम से वे बहुत प्रसिद्ध हो गये।धन भी प्रचुर मात्रा में आया। पहले बड़े भाई विट्ठल भाई नेऔर फिर वल्लभ भाई ने इंग्लैण्ड जाकर बैरिस्टर की.1926में वल्लभभाई की भेंट गांधी जी से हुई।फिर वे भी स्वाधीनताआन्दोलन में कूद पड़े।बैरिस्टर वाली अंग्रेजी वेशभूषा त्यागी। स्वदेशी में रंग गये। बारडोली के किसान आन्दोलन का सफल नेतृत्व करने के कारण गांधी जी ने इन्हें‘सरदार’ कहा।फिर तो यह उपाधि उनके साथ ही जुड़ गयी। सरदार पटेल स्पष्ट एवं निर्भीक वक्ता थे।कभी गांधी जी से असहमत होते,तो भी साफ कह देते।कई बार जेल गये. 1942के‘भारत छोड़ो आन्दोलन’में उन्हें तीन वर्ष की सजा हुई।स्वतन्त्रता के बाद उन्हें उपप्रधानमन्त्री तथा गृहमन्त्री बनाया।उन्होंने केन्द्रीय सरकारी पदों पर अभारतीयों की नियुक्ति रोक दी।रेडियो व सूचना विभाग का उन्होंने सही कायाकल्प करा.गृहमन्त्री होने के नाते रजवाड़ों के भारत में विलय का विषय उनके पास था।सभी रियासतें स्वेच्छा से भारत में विलीन हो गयीं; पर जम्मू-कश्मीर, जूनागढ़ तथा हैदराबाद ने टेढ़ा रुख दिखाया।सरदार की प्रेरणा से जूनागढ़ में जन विद्रोह हुआ।वह भारत में मिल गयी। हैदराबाद पर पुलिस कार्यवाही कर उसे भारत में मिला लिया।जम्मू कश्मीर का मामला प्र.म. नेहरु जी ने अपने हाथ में ले रखा था.फिर भी 17.10.1947को वहां के राजा हरीसिंह जी को प.पू.गुरूजी(द्वितीय सरसंघचालक रा.स्व.संघ सरदार पटेल के कहने पर वहां जा उन्हे भारत विलय हेतु तैयार किया.26.10.1946को जम्मू कश्मीर भारत मे पूर्ण विलय हुआ. 15दिस.1950को भारत के इस महान सपूत का देहान्त हो गया.उनकी चिरयाद मे गुजरात मे सरदार सरोवर बांध पर विश्व की सबसे बड़ी मूर्ति लगवा कर भारत में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में उनका नाम रोशन किया.गत- 31.10.2018.को उनके जन्मजयंती पर माननीय प.म.नरेंद्र भाई मोदी ने इस स्टेच्यू का अनावरण किया. "31अक्टूबर" आज के दिन को उनके जन्मजयंति को हमारा देश "राष्ट्रीय एकता दिवस"के रूप मे मनाता है।बहुत बहुत सादर वंदन।नंदन।अभिनंदन।🙏🙏🙏🙏